कैन्सर की औषधि,श्री देवराहा बाबा द्वारा बतायी गयी:
( मेरे अनेक परिजन इससे लाभान्वित हुए हैं)
१: गाय( यथासंभव देसी गाय जिसके पीठ में डील होता है) के २०० ग्राम दूध का दही जमा कर उसे मथ लिया जाए- न पानी न नमक न चीनी मिलाया जाए.
२: ३५ तुलसी की पत्तियाँ ( वैद्य वाले नए खलहड में) पीस कर मट्ठे में मिला कर दिन में एक बार पिला दें.
३: तुलसी की पत्तियाँ दिन में तोड़ी जायें अर्थात सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले तथा द्वादशी को न तोड़ी जाएँ.
४: एकादशी के दिन ७० तुलसी की पत्तियाँ तोड़ कर उनमें से ३५ गीले कपड़े में लपेट कर फ़्रिज में रख लीं जायें जिनका उपयोग द्वादशी को किया जाए.